होशियार कैसे बने? सबसे होशियार कैसे बने? पढ़ाई में होशियार कैसे बने? | चालाक होशियार कैसे बने? होशियार चालाक कैसे बने? How to be the smartest in Hindi? How to become the smartest in Hindi?
होशियार कैसे बने ( होशियार बनने के आसान तरीके ) आज हम बात सबसे होशियार कैसे बने पर करने वाले हैं अगर आप होशियार बनने का तरीका खोज रहे हैं तो आज के इस आर्टिकल में मैं आपको 7 ऐसे तरीको के बारें में बतायेंगे जिनसे आप सबसे होशियार हो जायेंगे फिर चाहे वो पढ़ाई ही क्यों न हो |
आज के समय कोई इंसान भोला है तो उसे मुर्ख की उपाधि देते है ऐसे लोगो का सभी फायदा उठाते है जो होशियार नहीं होते है उन्हें हर कोई मुर्ख समझता हैं जबकि ऐसा नहीं हैं | अगर आप आज के ज़माने में जी रहे हैं और होशियार नहीं है, तो लोग आपका फायदा उठाएंगे |
आज हम आपको चालाक होशियार कैसे बने के बारे में बताने जा रहे हैं ताकि अगर आप खुद में कॉन्फिडेंस फील नहीं करते हैं या खुद को समझदार महसूस नहीं करते हैं, तो इस लेख की मदद से आप समझ जायेंगे की चालाक कैसे बनते हैं या यू कहे पढ़ाई में होशियार कैसे बनते हैं |
क्या सबसे होशियार बनना जरुरी हैं?
आज हर कोई अपने छोटे से फायदे के लिए दुसरो के पीछे हाथ धोकर पढ़ा है कि कही से कुछ फायदा हो जाए धूर्त लोगो के चपेटे में चतुर चालक लोग कभी नहीं फसते है वे जानते है कि इनका मकसद क्या है आज हर सफल लोग होशियार और तेज तर्रार है वे अपने काम को करने के लिए किसी से एक्स्पेक्ट नही करते है चतुर चालाक लोग अच्छी तरह से जानते है कि हमे क्या करना है |
होशियार व्यक्ति हर काम में सफल होते है वे किसी काम को करने में सरम अथवा संकोच नहीं करते है चतुर चालाक व्यक्ति का कोई काम कही नही रुकता है ऐसे व्यक्ति को अपना काम बनाना हजार तरीके से आता है वही सीधे - साधे व्यक्ति डर और सरम के वजह से हर फील्ड में पीछे रह जाते है |
होशियार व्यक्ति के 5 लछण ( बुद्धिमान व्यक्ति के लक्षण )
1. होशियार व्यकित अपने पैसे के बारे में बात करने में सरम नहीं करते है |
2. हर होशियार व्यक्ति बात करने में माहिर होते है |
3. होशियार व्यक्ति अपने को किसी काम में किसी से कम नही समझते है |
4. होशियार व्यक्ति confidence से परिपूर्ण होते है |
5. Hoshiyar लोग हर फील्ड में update रखते है |
सबसे होशियार कैसे बने? सबसे होशियार बनने के आसान तरीके 7
दोस्तों होशियार सब बनना चाहते है कुछ लोग किसी को मुर्ख बनाते है और खुद को होशियार समझते है जैसे की एक दूकानदार 1 किलो सेव के बजाय 800 ग्राम ही दे दिए यहाँ कुछ लोग अपने को बहुत चालाक समझते है तो क्या इसे कोई होशियार तेज तर्रार व्यक्ति कहेगा | सेव लेने वाले व्यक्ति को पता चलेगा तो वह दुबारा उस दुकान पर जायेगा ही नहीं और उसे कभी रेस्पेक्ट से देखेगा भी नहीं |
दोस्तों होशियार वही व्यक्ति है जिसके सामने हर काम छोटी लगे जैसे कहते है न यह तो मेरे बाये हाँथ का खेल है किसी से बात कैसे कैसे करना है अपनी बात को कैसे मनाना है जब आप ऐसा करते जाते है दुसरो को बिना कस्ट व नुकसान पहुचाये तो हर लोग के बीच में आप तेज तर्रार जाने जायेगे |
1. अपनी कमजोरी किसी को न बताये
सबका एक कमजोरी होता है एक राज़ होता है जो खुद के अलावा किसी से भी share नहीं करना चाहिए आप जिन भावनाओं में बहकर अपने सगे संबंधी दोस्तों के साथ अपने कमजोरी को बताते है कल वो ही दुश्मन बनने के बाद आपको मानसिक और आर्थिक रूप से चोट पंहुचा सकते है |
भविष्य में आपके कमजोरी का कोई फायदा न उठा पाए इसके लिए अपने राज़ को सिर्फ ईश्वर के सामने ही खोलना चाहिये hoshiyar व्यक्ति अपने राज़ कभी किसी को नहीं बताते है |
2. कुछ भी करने से डरे नहीं
छोटी से बड़ी चीज करने से आपको तनिक भी डरना नहीं चाहिए कि ऐसा हो गया तो क्या होगा हमेशा बुद्धिमान से काम करना चाहिए साहस तभी छुटते है जब मन विचलित होता है कोई साथ दे या ना दे पर आपको खुद पर हमेशा विश्वाश करना चाहिए |
कामयाबी आने से पहले डर का परीछा लेती है तो आपको डर से कभी नहीं डरना है जितनी ज्यादा डर को गंभीरता से लेगे उतना ज्यादा डरेगे होशियार व्यक्ति के जीवन में डर का कोई अश्तित्व नहीं होता है |
3. बात करने का स्टाइल सीखे
आपका काम तभी बनेगा जब आपका लोगो से बात बनेगी समझदारी से बात कैसे करें इसका मतलब यह नहीं कि आप सबके हाँथ जोड़ते फिरे बातों में ऐसा जादू होता है जिसे किसी को भी अपनी बात मनवाकर काम निकाल सकते है बुद्धिमान व्यक्ति कभी दुसरो को बुरा - भला नहीं कहते है |
जिसे बात करने का style कहते है कोई व्यक्ति आपके काम तभी आ सकता है जब आप अपनी बातों से व्यक्ति लपेट को लेगे समझदार व्यक्ति हमेशा दुसरो को respect देकर ही बहुत ही विनम्र से बात करते है जैसे एक सेल्स मैन अपने customer से बात करता है |
4. Self help करे
उतार - चड़ाव सबके जीवन में आता है पर hoshiyar लोग अपना हेल्प खुद करना जानते है वे दुसरो के सामने अपने कमजोरी प्रकट नहीं करते है ऐसी कोई समस्या नहीं है जो मानविक बुद्धि से बड़ी हो फर्क बस इतना है |
कि आपका कोई काम न बनने पर जल्दी हार मान जाते है और hoshiyar लोग खुद पर भरोशा करते है उन्हें अपने होशियारी पर भरोशा होता वे कोई न कोई खुद ही जुगाड़ लगा लेते है | और नार्मल लोग hoshiyar kaise bane ? के तरीके खोजते रहते है |
5. समझदार लोगो का साथ करे
समझदार व्यक्ति कौन है समझदार व्यक्ति वही है जो बुद्धिमान लोगो के साथ रहे क्योकि समझदार व्यक्ति के साथ रहने से बुद्धि तेज होता है आप जैसे लोगो के साथ रहेगे आपका दिमाग वैसा ही काम करेगा एक समझदार व्यक्ति कभी फालतू लोगो के पास नहीं रहता है वह अपना समय ऐसे जगह व्यतीत करना नहीं चाहेगा जहाँ उसका कोई फायदा न हो |
होशियार लोग अपनी किमत बढ़ाने में लगे रहते है ना कि फालतू लोगो के साथ टाइम पास करते है आप जितना ज्यादा बुद्धिमान और चतुर चालाक लोगो का बात सुनेगे उतना ही आपको intresting बात लगेगा |
6. अपने निर्णय पर भरोशा करे
हर किसी के जीवन में दो राहे मोड़ आता है जब उसे खुद ही फैसला लेना पड़ता है बुद्धिमान व्यक्ति निर्णय लेने में ज्यादा समय नहीं लगाते है क्योकि जो तेज तर्रार होते है वे जानते है कि परिस्थिथि को जितना हम खिचेगे उतना उलझते जाएगे |
इसीलिए जितना जल्दी हो सके निर्णय लो समस्या आपको समाप्त करे उससे पहले आप समस्या को समाप्त कर दो और जो भी निर्णय लो तो पीछे मत देखो क्योकि hoshiyar व्यक्ति खुद के निर्णय पर कभी संदेह नहीं करते है |
7. किसी पर बिना सोचे समझे भरोशा न करे
तेज तर्रार व्यक्ति वही होते है जो कभी किसी पर बिना सोचे - समझे भरोशा नहीं करते है समझदार व्यक्ति कभी किसी के बातों में आकर जल्दी भरोशा नहीं करते है वे अपने बुद्धि का उपयोग करके बड़े चालाकी से बहकावे बातों से निकल जाते है ऐसे व्यक्ति बहुत समझदार होते है |
जरुरी नहीं की हर चीज ठोकर खाकर ही सीखे hoshiyar व्यक्ति कभी किसी पर बिना परख के भरोशा नही करते है वे हर कदम को फुक - फुक रखते है चालाक व्यक्ति दुसरो के गलती से खुद के गलती को पहले ही ठीक कर लेते है |
अक्सर पूछने वाले सवाल
Q1. चालाक और बुद्धिमान में क्या अंतर है?
Ans. एक चालाक व्यक्ति केवल अपने फायदे के बारे में सोचता है वह गलत सही नहीं सोचता है और बुद्धिमान व्यक्ति अपने और दुसरो के फायदे के बारे में सोचता है उसे सही गलत की सोच होती है |
Q2. समझदारी क्या है और समझदार व्यक्ति कौन होता है?
Ans. समझदार व्यकित कभी गुस्से में कोई गलत काम नहीं करता है बल्कि शांत मन से समस्या का हल धूडता है |
सलाह -
हमने आपको इस आर्टिकल में सबसे होशियार कैसे बने के बारे में बताये हैं अगर आप हमारे आर्टिकल को फॉलो करते हैं, तो आप बहुत जल्दी अक्लमंद बन जायेंगे |
दोस्तों यहाँ होशियार बनने का मतलब की आप किसी दूसरे का मज़बूरी का फायदा न उठाये आपको होशियार इसीलिए बनना चाहिए ताकि आपका कोई फायदा न उठा पाए और समाज में आपकी वैल्यू बढे |
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